बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा और उनकी पत्नी सुनीता आहूजा का वैवाहिक जीवन हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। 37 साल के लंबे सफर के बाद, हाल ही में उनके बीच अलगाव की खबरें सुर्खियों में आईं। आइए, इन खबरों की सच्चाई और उनके रिश्ते की वर्तमान स्थिति पर एक विस्तृत नजर डालते हैं।
अलगाव की अफवाहों की शुरुआत
जनवरी 2025 में, सुनीता आहूजा ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि वे और गोविंदा अलग-अलग घरों में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास दो घर हैं – एक बंगला और एक अपार्टमेंट। सुनीता अपने बच्चों के साथ अपार्टमेंट में रहती हैं, जबकि गोविंदा बंगले में रहते हैं। सुनीता ने इसका कारण उनकी दिनचर्या और पसंद में अंतर बताया। उन्होंने कहा, “हमारे पास दो घर हैं। हमारे अपार्टमेंट के सामने एक बंगला है। फ्लैट में मेरा मंदिर और मेरे बच्चे हैं। हम फ्लैट में रहते हैं। गोविंदा को बात करना पसंद है। वह 10 लोगों को इकट्ठा करके साथ बैठते हैं, जबकि मैं, मेरा बेटा और मेरी बेटी एक साथ रहते हैं, लेकिन हम कम बात करते हैं क्योंकि मुझे लगता है कि ज्यादा बात करने से ऊर्जा बर्बाद होती है।”
वैवाहिक जीवन में चुनौतियाँ
सुनीता ने यह भी बताया कि गोविंदा की व्यस्त दिनचर्या के कारण वे एक साथ समय नहीं बिता पाते। उन्होंने मजाक में कहा, “मैंने उनसे कह दिया है कि अगले जन्म में वह मेरे पति ना बने। वह छुट्टियों पर नहीं जाते। मैं एक ऐसी इंसान हूं जो अपने पति के साथ बाहर जाना चाहती हूं… सड़कों पर पानी-पूरी खाना चाहती हूं। उन्होंने काम करने में बहुत ज्यादा समय बिताया है। मुझे एक भी उदाहरण याद नहीं, जब हम दोनों फिल्म देखने कहीं बाहर गए हों।”
अफवाहों पर स्पष्टीकरण
सुनीता के इन बयानों के बाद, मीडिया में गोविंदा और सुनीता के अलगाव की खबरें तेजी से फैलने लगीं। हालांकि, फरवरी 2025 में, सुनीता ने इन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा, “कोई हमें अलग नहीं कर सकता। मैं उनके साथ काफी मस्ती करती हूं। कई लोग हैं जो हमारा घर तोड़ना चाहते हैं। मैं किसी को भी हमारा घर नहीं तोड़ने देने वाली।”
रिश्ते की मजबूती
सुनीता ने यह भी बताया कि बाहरी लोग उनके रिश्ते में दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने महिलाओं को सलाह दी कि वे अपने पतियों का ख्याल रखें और कहा, “अपने आदमियों का ध्यान रखा करो। आदमी क्रिकेट की तरह हैं, कभी अच्छे, कभी बुरे। मैंने हमेशा महिलाओं से कहा है कि अपने आदमी का हाथ ऐसे थाम कर रखें जैसा हम रखते हैं। अगर आप उन्हें पकड़ नहीं सकतीं, तो उन्हें मारो।”
निष्कर्ष
गोविंदा और सुनीता आहूजा के बीच कुछ व्यक्तिगत चुनौतियाँ हो सकती हैं, लेकिन उनका रिश्ता मजबूत और स्थिर है। मीडिया में फैली अफवाहों के बावजूद, वे एक-दूसरे के साथ खड़े हैं और अपने परिवार को एकजुट रखने के लिए प्रयासरत हैं। गोविंदा और सुनीता का यह सफर यह साबित करता है कि प्यार और समझदारी से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है।